आया चुनाव, आया चुनाव।।
हुई घोषणा, बजा नक्कारा,
पक्ष ने विपक्ष को ललकारा,
विपक्ष ने पक्ष को दुत्कारा,
मच गया सभी ओर दुर-दुराव।
आया चुनाव, आया चुनाव।।
सबने साधे अपने हथियार,
झूठे इरादे, बड़बोले वादे,
आधारहीन आरोप, बेतुके प्रत्यारोप,
है तथ्यों का जिनमें अभाव।
आया चुनाव,आया चुनाव।।
सत्ता के मालिक गाल बजायें
ख़ुद अपना गुणगान सुनायें
विरोधी दल धिक्कार लगायें
जनता का हो कैसे बचाव।
आया चुनाव,आया चुनाव।।
मंचों से कर रहे चीत्कार,
“दे दो अपना मत एक बार,
जो नहीं कर सके पिछली बार,
करके हम दिखाएँगे,
उद्योग नए हम लाएँगे,
जन जन को काम दिलाएँगे,
गंगा होगी स्वच्छ, प्रशांत,
निर्मल होगा उसका बहाव।
आया चुनाव, आया चुनाव।।