Manav Ka Ishvar se Roopantar ka Rahasya/मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य
Manav Ka Ishvar se Roopantar ka Rahasya/मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य
ISBN 9789358780734
 Publication Date
  Pages 76

PAPERBACK

EBOOK (EPUB)

EBOOK (PDF)

यह पुस्तक दिव्य प्राणियों में परिवर्तित होने के रहस्यों को उजागर करती है, मानवता को समृद्ध, सकारात्मक और आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन करती है। स्वास्थ्य, शांति, प्रेम, ध्यान, चक्र, चेतना और पुनर्जन्म पर अमूल्य सुझाव खोजें। एक नए आयाम का अनुभव करें, चमत्कार प्रकट करें और अदृश्य बंधन से मुक्त हो जाएँ।

एक भावुक लेखक, चिराग हाला, आध्यात्मिकता, व्यक्तिगत विकास और मानवीय क्षमता की खोज करते हैं। उनकी मनमोहक कहानी पाठकों को उद्देश्यपूर्ण, सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है। व्यापक शोध और व्यक्तिगत अनुभवों के साथ, चिराग मानव मन, चेतना और परमात्मा के रहस्यों को उजागर करते है। वह ध्यान, मानव ऊर्जा चक्र और ब्रह्मांड के साथ व्यक्तियों के अंतर्संबंध की खोज करते है। भारत के गुजरात में रहने वाले, चिराग नई लेखन परियोजनाओं के साथ सीमाओं को आगे बढ़ा रहे हैं जो ज्ञानवर्धक और प्रेरित करती हैं। उनकी खोज और ज्ञानोदय की यात्रा का अनुसरण करें क्योंकि वह छिपी हुई सच्चाइयों को उजागर करते हैं और गहन खोजों को साझा करते हैं।

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

चिराग हाला

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

चिराग हाला

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे इस पुस्तक को लिखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आशा करता हूँ कि इस पुस्तक से आपका जीवन प्रकाशमय होगा। धन्यवाद

मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे इस पुस्तक को लिखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आशा करता हूँ कि इस पुस्तक से आपका जीवन प्रकाशमय होगा। धन्यवाद

अंतर्वस्तु

प्रस्तावना

१.ध्यान

२.चेतना

३.मानव ऊर्जा चक्र प्रणाली

४.प्रेम और रौशनी

५.वास्तविक और प्राकृतिक बनने के लिए

६.मौन और दिमाग नियंत्रण

७.आत्म ज्ञान

८.कल्पना

९.ब्रह्मांडीय ऊर्जा या प्राण

१०.ऊर्जा, स्पंदन और आवृत्ति

११.मौजूदा शरीर में नया जन्म

Comments should not be blank
Rating
Description

यह पुस्तक दिव्य प्राणियों में परिवर्तित होने के रहस्यों को उजागर करती है, मानवता को समृद्ध, सकारात्मक और आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन करती है। स्वास्थ्य, शांति, प्रेम, ध्यान, चक्र, चेतना और पुनर्जन्म पर अमूल्य सुझाव खोजें। एक नए आयाम का अनुभव करें, चमत्कार प्रकट करें और अदृश्य बंधन से मुक्त हो जाएँ।

Biographical note
एक भावुक लेखक, चिराग हाला, आध्यात्मिकता, व्यक्तिगत विकास और मानवीय क्षमता की खोज करते हैं। उनकी मनमोहक कहानी पाठकों को उद्देश्यपूर्ण, सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है। व्यापक शोध और व्यक्तिगत अनुभवों के साथ, चिराग मानव मन, चेतना और परमात्मा के रहस्यों को उजागर करते है। वह ध्यान, मानव ऊर्जा चक्र और ब्रह्मांड के साथ व्यक्तियों के अंतर्संबंध की खोज करते है। भारत के गुजरात में रहने वाले, चिराग नई लेखन परियोजनाओं के साथ सीमाओं को आगे बढ़ा रहे हैं जो ज्ञानवर्धक और प्रेरित करती हैं। उनकी खोज और ज्ञानोदय की यात्रा का अनुसरण करें क्योंकि वह छिपी हुई सच्चाइयों को उजागर करते हैं और गहन खोजों को साझा करते हैं।
Excerpt

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

चिराग हाला

मानव का ईश्वर में रूपांतर का रहस्य

चिराग हाला

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

पहला संस्करण, 2023

© चिराग हाला, 2023

इस प्रकाशन का कोई भी भाग लेखक की पूर्व अनुमति के बिना (संक्षिप्त उद्धरण के मामले को छोड़कर) पुनः प्रस्तुत, फ़ोटोकॉपी सहित किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम से वितरित, या प्रसारित, रिकॉर्डिंग, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक या यांत्रिक़ तरीके से नहीं किया जा सकता है। आलोचनात्मक समीक्षाओं और कुछ अन्य गैर वाणिज्यिक प्रयगों की कॉपीराइट कानून द्वारा अनुमति है। अनुमति के अनुरोध के लिए प्रकाशक को नीचे दिए गए पते पर लिखें।

यह पुस्तक भारत से केवल प्रकाशकों या अधिकृत आपूर्तिकर्ता द्वारा निर्यात की जा सकती है। यदि इस शर्त का उल्लंघन हुआ तो वह सिविल और आपराधिक अभियोजन के अंतर्गत आएगा ।

पेपरबैक आई एस बी एन: 978-93-5878-101-4

नोट: पुस्तक का संपादन और मुद्रण करते समय उचित सावधानी बरती गई है। अनजाने में हुई गलती की ज़िम्मेदारी न लेखक और न ही प्रकाशक की होगी।

पुस्तक के उपयोग से होने वाली किसी भी प्रत्यक्ष परिणामी या आकस्मिक नुकसान के लिए प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे। बाध्यकारी त्रुटि, ग़लत प्रिंट, गुम पृष्ठ, आदि की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रकाशक की होगी। ख़रीद की एक महीने के भीतर ही पुस्तक का (वही संस्करण/ पुनः मुद्रण) प्रतिस्थापन हो सकेगा।

भारत में मुद्रित और बाध्य

info@16leaves.com

मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे इस पुस्तक को लिखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आशा करता हूँ कि इस पुस्तक से आपका जीवन प्रकाशमय होगा। धन्यवाद

मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे इस पुस्तक को लिखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आशा करता हूँ कि इस पुस्तक से आपका जीवन प्रकाशमय होगा। धन्यवाद

अंतर्वस्तु

प्रस्तावना

१.ध्यान

२.चेतना

३.मानव ऊर्जा चक्र प्रणाली

४.प्रेम और रौशनी

५.वास्तविक और प्राकृतिक बनने के लिए

६.मौन और दिमाग नियंत्रण

७.आत्म ज्ञान

८.कल्पना

९.ब्रह्मांडीय ऊर्जा या प्राण

१०.ऊर्जा, स्पंदन और आवृत्ति

११.मौजूदा शरीर में नया जन्म

User Reviews
Comments should not be blank
Rating